इंडिया, कोर न्यूज़ टीम डेस्क Last updated: 06 April 2018 | 11:20:00
संजीता चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के दूसरे दिन भारत को दिलाया स्वर्ण पदक। संजीता ने चार साल पहले ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स से अपना दमदार सफर शुरू किया था. तब 20 साल की संजीता चानू ने सब को चौंकाते हुए देश को गोल्ड मेडल दिलाया था. इससे पहले 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ खेलों में संजीता ने 42 किलो ग्राम कैटेगरी में गोल्ड मेडल हासिल किया था. कुंजरानी देवी को अपना आदर्श मानने वाली संजीता स्वभाव से शर्मीली हैं, लेकिन जब वो मैदान पर उतरती हैं तो उनका दूसरा ही रूप देखने को मिलता है.
Congratulations to Saikhom Mirabai Chanu for winning India’s first Gold at the #GC2018 games and breaking three CWG records. India is delighted by these achievements: PM @narendramodi @GC2018 pic.twitter.com/XHyFh8blVw
— PMO India (@PMOIndia) 5 April 2018
महिला वेटलिफ्टर संजीता ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर महिलाओं की 53 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में भारत की झोली में एक और स्वर्ण डाला. चानू ने स्नैच में 84 किलोग्राम का भार उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बना डाला.पहले दिन भारत की ओर से वेटलिफ्टिंग में दो मेडल आए थे। पहले राजागुरु ने सिल्वर मेडल जीता था और फिर मीराबाई चानू ने गोल्ड मेडल भारत के नाम किया था।
स्पर्धा का रजत पापुआ न्यू गिनी की लाउ डिका ताउ को मिला जिनका कुल स्कोर 182 रहा। कनाडा की रचेल लेब्लांग को 181 के कुल योग के साथ कांस्य से संतोष करना पड़ा। संजीता 2017 में उस समय भी सुर्खियों में आई थीं, जब अर्जुन पुरस्कार पाने वालों की सूची में उनका नाम नहीं था. इसके बाद उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. अर्जुन अवॉर्ड तो संजीता को नहीं मिला था, लेकिन उन्होंने अपना जवाब पिछले साल कॉमनवेल्थ वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 53 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर दिया.
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