इंडिया, कोर न्यूज़ उत्तर प्रदेश Last updated: 06 March 2018 | 15:35:00
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर विवाद को सुलझाने में लगे आध्यात्मिक गुरू आर्ट ऑफ लिविंग के श्रीश्री रविशंकर लगातार हिंदू-मुस्लिम नेताओं से मुलाकात कर दशकों पुराने इस विवाद को बातचीत के जरिए हल करने की संभावनाएं टटोल रहे हैं आज बरेली में उन्होंने दरगाह आला हजरत का दीदार किया।
श्रीश्री रविशंकर ने दरगाह पर हाजिरी लगाने के बाद इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां के आवास पर इस समय उनके साथ बंद कमरे में बातचीत की। फिलहाल उनके दौरे से दरगाह आला हजरत के सज्जादा नशीन और अन्य उलमा दूर रहे।
आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि हम नहीं चाहते कि खाड़ी देशों (मिडिल ईस्ट) की तरह यहां भी किसी मुद्दे को लेकर हालात इतने खराब हो जाएं। लिहाजा अयोध्या मुद्दे पर कोर्ट के बाहर दोनों पक्षों का बैठना बहुत जरूरी है। शांति का यही पैगाम लेकर दरगाह आला हजरत आए हैं।
कामना है कि हमारे देश में अमन कायम रहे। मंदिर और मस्जिद मुद्दे पर अपना फार्मूला इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष और नबीरे आला हजरत मौलाना तौकीर रजा खां के सामने रखा है। मुझे उम्मीद है कि इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। मसले का हल निकलेगा।
उन्होंने दरगाह आला हजरत पर हाजिरी लगाने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा था कि अयोध्या मुस्लिमों का धार्मिक स्थल नहीं है. उन्हें इस धार्मिक स्थल पर अपना दावा छोड़ कर मिसाल पेश करनी चाहिए.
फोटो क्रेडिट - गूगल (Outlook इंडिया)